रायपुर 12 जुलाई 2018. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव की स्वसहायता समूह की महिलाओं से बात की। इस दौरान महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने अनुभव साझा किए। मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ईंट बनाने वाली महिलाओं से सीधा संवाद किया।
राजनांदगांव जिले के कोडेगांव की रहने वाली मीना मांझी ने बताया कि उनका समूह ईंट का निर्माण करता है। बैंक से कर्ज लेकर वो ईंट बनाती हैं। ईंट बेचकर जो पैसा आता है उसका इस्तेमाल कृषि कार्य उन्नति के लिए एक-दूसरे की मदद करने में होता है। मीना ने पीएम को बताया कि ग्राम पंचायत ईंट खरीदती हैं। 12 लोग समूह के रूप में काम करते हैं। इस साल उन्होंने एक लाख ईंट बनाए हैं। 8 से 10 हजार रुपये हर महिला को इस काम से कमाई होती है।
Meena Manjhi and her team from Chhattisgarh’s Rajnandgaon are interacting with PM @narendramodi. They are associated with brick making. Watch. #EmpoweringRuralWomenhttps://t.co/Bu3sSyAxKC
— PMO India (@PMOIndia) July 12, 2018
मीना ने बताया कि उन्हें इस काम में 30 फीसदी तक का लाभ होता है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में सरकार की मदद से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में उन्हें ई-रिक्शा पर सवारी करने का मौका मिला। जिससे दुर्गम इलाकों में इससे आवाजाही करना आसान हुआ और महिलाओं की आय भी बढ़ी।
मोदी ने कहा कि एसएचजी ने करोड़ों लोगों का जीवन बदला है। इससे पांच करोड़ महिलाएं जुड़ी हैं। प्रधानमंत्री ने एसएचजी के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में हो रहे काम का जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि महिला के सशक्तीकरण के आर्थिक आत्मनिर्भरता जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अबतक 45 लाख स्वयं सहायता समूह बनाये गये हैं।